बालो का सफ़ेद होना (Hair Greying)
बढ़ती उम्र के साथ बालों का सफेद होना स्वाभाविक है। परंतु जब असमय में ही बाल दिनों-दिन सफेद होने लगते हैं, तब निश्चय ही यह चिंता का विषय बन जाता है, विशेषकर महिलाओं के लिए।
एव कारण :- मानसिक चिंता, असंतुलित भोजन, भोजन में विटामिन बी लौह, तांबा एवं आयोडीन की कमी, खोपड़ी की ठीक से सफाई न करना, अन्य साबुन रोग (साईनस, पुरानी कब्ज, हीन रक्तता इत्यादि), रसायनयुक्त शैम्पू तेलों का प्रयोग, वंशानुगत, अपर्याप्त निद्रा इत्यादि।
उपचार :- संतुलित भोजन, फल, सलाद, अंकुरित, हरी सब्जियाँ भरपूर यात्रा में लें। गाजर, पालक, आँवले का जूस पियें। काला तिल खायें एवं सोयाबीन का दूध लें। बादाम अखरोट का सेवन करें। गाय का घी खाने में प्रयोग करें। रोज एक चम्मच त्रिफला खायें।
रात को आँवला एवं भृंगराज को भिगोकर प्रातः उसके पानी से सिर धोएँ या बथुए के पत्ते उबालकर उस पानी से सिर धोयें या सिर को खट्टे दही या नींबू पानी से धोयें। नीम की पत्तियों का काढ़ा बनाकर सिर धोने से भी लाभ होगा।
बादाम का तेल एवं आँवले का रस, बराबर मात्रा में मिलाकर रात को खोपड़ी की मालिश करें।
रात को पिसी हुई तुलसी तथा आँवला का चूर्ण पानी में भिगोकर रख दीजिए सुबह छानकर सिर धोने से सफेद बाल काले हो जाते हैं। आँवले का चूर्ण नींबू रस में मिलाकर लगाने से बाल काले
सूर्यतप्त आसमानी तेल की मालिश करें। मानसिक दबाव एवं चिंताओं से मुक्त रहें।
नरम और मजबूत हो जाते हैं। योगासान, सर्वांगासन, मत्स्यासन, शवासन, योगनिद्रा करें। भोजन करने के बाद बालों में खोपड़ी को खुजलाते हुये कंघी करें। प्रतिदिन दो-तीन बार पाँच-पाँच मिनट के लिए दोनों हाथों की आठों अँगुलियों के नाखूनों को आपस में रगड़ना चाहिए।
बालों के लिए चमत्कारी केश तेल :- 1. लोहे के बर्तन में एक किलोग्राम नारियल का तेल, दो सौ ग्राम
आँवला, सौ ग्राम रीठा और शिकाकाई पाउडर, एक बड़ा चम्मच मेहंदी एवं दो चम्मच रत्नजोत पाउडर एक साथ सब चीजें डालकर सूर्य की रोशनी में कम-से-कम एक सप्ताह तक रखें या धीमी आँच पर उबालें। फिर उसे छानकर, एक नींबू का रस एवं कपूर डालकर बोतल बंद कर दें तथा रोजाना इस्तेमाल करें।
लाभ:- यह बालों को काला, घना, नरम व लंबा बनाता है।
- आधा किलो सूखा आँवला को कूटकर साफ करें तथा 1/4 किलो मुलैठी को कूटकर इनको आपस में मिलाकर आठ गुना पानी मिलाकर रात को भिगो दें। फिर सुबह धीमी आँच पर रखकर जब तक गर्म करो कि पानी आधा रह जाये अब इसको अच्छी तरह मिलाकर छान लें। इस रस को तेल में मिलाकर इतना गर्म करो कि सारा पानी जल जाये। और ठंडा होने पर अपनी इच्छानुसार सुगन्ध और रंग मिलाकर बोतल में भर लें।
लाभ :- सिर चकराना, बालों का पकना, झड़ना दूर होते हैं तथा लगातार सेवन से बाल काले व लंबे होते जाते हैं तथा सिर की खुश्की दूर होती है।
- लौकी का तेल :- 250 ग्राम लौकी (घीया) लेकर उसे पीस लें और महीन कपड़े में छानकर उसका पानी निकाल लें। फिर दो सौ पचास ग्राम नारियल का तेल धीमी आँच पर उबालें। जब तेल थोड़ा गर्म हो जाए, तब उसमें लौकी का निकाला हुआ पानी धीरे-धीरे डाल दें और उबलने दें जब सारा पानी जल जाए तब तेल ठंडा करके बोतल में भर दें।
लाभ :- यह बालों की जड़े मजबूत करता है। मस्तिष्क को ठंडक देता है तथा स्मरण शक्ति बढ़ाता है। पैर के तलवों में आग-सी निकलने पर इसकी मालिश से आराम मिलता है।
चेतावनी: आयुर्वेदाचार्य अथवा डॉक्टर के परामर्श के बिना आप साइट पर दिए हुए सूचना को पढ़कर किसी भी प्रकार की औषधि एवं उपचार का प्रयोग ना करें !!!
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